फरीदाबाद। अपने पति नितिन शर्मा की आत्महत्या से परेशान रूबी शर्मा ने पुलिस से गुहार लगाई है कि उनके पति को परेशान करने वाले राजेंद्र नागपाल, राकेश नागपाल और महेंद्र नागपाल को तुरंत गिरफ्तार कर न्याय दिलाया जाए, जिनके कारण उनके पति ने आत्महत्या की है।
Police should arrest Rajendra Nagpal, Rakesh Nagpal and Mahendra Nagpal immediately: Ruby Sharma
Faridabad. Troubled by the suicide of her husband Nitin Sharma, Ruby Sharma has pleaded with the police to immediately arrest justice for Rajendra Nagpal, Rakesh Nagpal and Mahendra Nagpal who harassed her husband, who has committed suicide by her husband.
पुलिस आयुक्त के नाम लिखी शिकायत में एनआईटी के पूर्व विधायक केएन गुलाटी की पौत्री एवं डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन के पूर्व पदाधिकारी हरीश गुलाटी की पुत्री रूबी शर्मा ने कहा कि मकान कब्जाने और दुकान को हड़पने के प्रयास से उत्पीड़ित होकर उनके पति नितिन शर्मा ने आत्महत्या कर ली थी।
रूबी शर्मा के अनुसार
वह ग्रेटर फरीदाबाद के सेक्टर 82 में रहती हैं।
उनके पति नितिन शर्मा के पिता रवि शर्मा का पहले ही 7 जनवरी, 2013 को निधन हो गया था।
वे अपनी सास तृप्ता शर्मा और परिवार के साथ रहती हैं।
उनकी सास तृप्ता शर्मा एनआईटी 1 स्थित डी. ब्लॉक के भवन नंबर 6 में मैसर्स इलेक्ट्रिकल सेल्स कॉरपोरेशन के नाम से दो दशकों से व्यापार करती हैं।
हम सेक्टर 82 का फ्लैट खरीदने से पहले वे सेक्टर 16ए में रहते थे, जो उनकी सास का है।
उनके पति नितिन शर्मा ने महेंद्र नागपाल के पुत्रों राजिंदर नागपाल और राकेश नागपाल से कर्ज लिया था, जिसका उनके पति समय पर ब्याज का भुगतान कर रहे थे।
उनके ससुर लीवर रोग से पीड़ित थे और उनके इलाज के लिए कर्ज लिया गया था।
ससुर का 2013 में देहांत हो गया।
उनके पति की भी फर्म एसोसिएट सर्विस सास वाली फर्म के पते पर चल रही थी।
पति की देखभाल के कारण सास का व्यापार कम घाटे का शिकार हो गया।
महेंद्र नागपाल और उनके पुत्रों का एनआईटी 1 स्थित डी ब्लॉक के भवन नंबर 58 में कार्यालय है, जो उनकी दुकान के नजदीक है।
उनकी पैदाइश और परवरिश भी उसी क्षेत्र में हुई है, जहां महेंद्र नागपाल और उनके पुत्र रहते हैं।
महेंद्र नागपाल उनके पिता हरीश गुलाटी और ससुर को वर्षों से जानते हैं।
उनके ससुर के निधन के बाद राजेंद्र नागपाल उनके पति नितिन पर सेक्टर 16ए का मकान बेचकर कर्ज चुकाने के लिए दबाव बनाने लगा, जो उनकी सास के स्वामित्व में था।
राजेंद्र नागपाल ने अपनी पत्नी मीनाक्षी नागपाल और भाभी आरती नागपाल की मकान नंबर 237, सेक्टर 21बी स्थित अपनी प्रोपर्टी बेचने का प्रस्ताव दिया।
तब उनकी सास ने 2013 में सेक्टर 16ए का भवन बेचने के लिए बसंत आहूजा की पत्नी बिमला आहूजा को 3.5 करोड़ रुपए में बेचने का एग्रीमेंट कर लिया।
इसकी सेल डीड अगले 5 महीनों में होनी थी।
बिमला आहूजा सेल डीड के आवश्यक निधि का प्रबंध नहीं कर सकीं।
बिमला आहूजा ने उनकी सास पर फरीदाबाद कोर्ट में एक मुकदमा भी दायर कर दिया।
इस दौरान राजेंद्र नागपाल ने उनके पति और सास पर सेक्टर 21बी स्थित प्रोपर्टी का कुछ हिस्सा 2.10 करोड़ रुपए में लेने का दबाव बनाया।
2013 में हमने राजेंद्र नागपाल की पत्नी मीनाक्षी नागपाल और उनकी भाभी आरती नागपाल को अग्रिम राशि देकर एग्रीमेंट भी कर लिया।
राजेंद्र नागपाल और राकेश नागपाल सेक्टर 21बी संपत्ति के मूल्य की एडजस्मेंट के लिए सेक्टर 16ए वाली संपत्ति खरीदने को सहमत हो गए।
वे बकाया राशि देने और बिमला आहूजा से भी विवाद निपटाने को सहमत थे।
जबकि राजेंद्र नागपाल, राकेश नागपाल और उनके पिता महेंद्र नागपाल बिमला आहूजा से विवाद निपटाना नहीं चाहते थे और उनका मकान हड़पने की नियत से बेईमान हो गए।
2014 में मेरी सास ने उनकी पत्नियों के नाम सेक्टर 16ए के मकान की सेल डीड कर दी।
इसी बीच बिमला आहूजा ने पिछला केस वापस लेकर उनकी सास पर रिकवरी के लिए दूसरी मुकदमा डाल दिया।
इन आरोपियों ने सेक्टर 21बी की संपत्ति के एग्रीमेंट के लिए असली रंग दिखाना शुरू कर दिया। हालांकि इस संपत्ति के लिए उनके द्वारा दिया गया एडवांस कभी एडजस्ट नहीं किया गया।
इन आरोपियों ने बुरी नियत से सेक्टर 21बी की संपत्ति की डील नहीं की।
सेक्टर 21बी का मकान देने से इनकार करने पर उन्होंने सेक्टर 82 में फ्लैट लिया।
इसके बाद वे कुछ एमाउंट के बकाया रहने के अनावश्यक विवाद के लिए उनके पति को ब्लेकमेल करने लगे।
फिर इन आरोपियों ने 50 लाख रुपए देने या फिर एनआईटी 1डी की शॉप नंबर 6बीपी देने की धमकी दी।
तब उनकी सास ने सेक्टर 82 के फ्लैट पर बैंक से लोन लेेकर इन आरोपियों का सारा एकाउंट सेटल कर दिया।
इसके बाद भी ये आरोपी उनकी शॉप के असल कागज देने को तैयार नहीं थे।
2017 में उनकी सास पर इन आरोपियों ने व्यापार बंद करने का दबाव बनाया और कहा कि जब तक उनका पति दो करोड़ रुपए नहीं देगा, तब तक शॉप से व्यापार नहीं करने देंगे।
आरोपी उस शॉप पर उनके पति के गलत तरीके से लिए गए हस्ताक्षरों के कागजों के दम पर कब्जा करने का प्रयास करने लगे।
इस तरह उनके पति इन आरोपियों की धमकी और दबाव में रहने लगे।
जनवरी, 2020 में राजेंद्र नागपाल, राकेश नागपाल और महेंद्र नागपाल ने उनको मारने के लिए उनकी कलाई को काटने का प्रयास किया।
उनकी सास और उनके पति की तमाम प्रार्थनाओं के बावजूद आरोपियों ने इस शॉप का मामला सेटल नहीं किया।
वे खुलेआम धमकी देते रहे कि या तो दो करोड़ रुपए दो या यह दुकान भूल जाओ।
कोरोना काल में राजेंद्र नागपाल उनके फ्लैट में कई बार आए और हमारे सामने मेरे पति को गालियां दीं।
उनके पति आरोपियों के व्यवहार से अक्सर कांपते थे। 30 और 31 अगस्त की रात को उनके पति ने उनसे कहा कि राजेंद्र नागपाल और उनके परिजनों ने उनकी सेक्टर 16ए वाली प्रोपर्टी कब्जा ली और अब दुकान हड़पना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि आरोपियों से उन्हें जान का खतरा है, जो उनके पति को आतंकित कर रहे हैं और दबाव बना रहे हैं।
पति की मृत्यु के बाद उन्हें एक दिन अपनी वार्डरोब साफ करते समय अपने पति के हाथे से लिखे कुछ पत्र मिले, जिनसे स्पष्ट है कि उनके पति नितिन शर्मा ने राजेंद्र नागपाल, राकेश नागपाल, महेंद्र नागपाल और उनके परिजनों के दबाव और आतंक के कारण आत्महत्या की है।
इस लिए आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
इस पर बीपीटीपी थाना पुलिस ने 24 सितंबर, 2020 को इन आरोपियों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने की धारा 306 के तहत एफआईआर दर्ज कर ली है।
किंतु आरोपियों को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है।
रूबी शर्मा ने पुलिस से मांग की है कि आरोपियों को जल्दी गिरफ्तार करके उन्हें न्याय दिलाया जाए।